भोपाल। हनी ट्रेप का कलंक झेल रहे मध्यप्रदेश को एक बार फिर शर्मसार होना पड़ रहा है। महिला अपराधों के मामले में मध्यप्रदेश देश मे पहले नंबर पर है। यह हम नहीं राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े कह रहे हैं। नाबालिगों के साथ यौन शोषण के मामले में मध्यप्रदेश देश मे अव्वल स्थान पर है। हाल ही में राजधानी भोपाल में एक हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट से पर्दा उठा। जिसमे कई रसूखदारों के नाम शामिल है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ही बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ का स्लोगन दिया था लेकिन मौजूदा हालात में यह स्लोगन कहीं गुम हो गया है। आये दिन महिलाओं और नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं घटित हो रही है। जिस तरह से राजधानी में सेक्स रैकेट चलाने वालों में एक तथाकथित पत्रकार प्यारे मियां का नाम सामने आया उसने पूरे सिस्टम को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। जो अपने प्रोफेशन की आड़ में हाई प्रोफाइल लोगों के सामने नाबालिग बच्चियों को परोसता था। प्यारे मियां ने अय्याशी के लिए लग्ज़री फ्लैट, फार्म हाउस बनाकर रखे थे,जहां बड़ी - बड़ी हस्तियां नाबालिगों का यौन शोषण करती थी। बताया जाता है कि प्यारे मियां गरीब परिवार की बच्चियों को लालच देकर उनसे देह व्यपार करवाता था। जब बच्चियां बड़ी हो जाती तो उनकी शादी करवा देता था। इसके लिए प्यारे ने अपनी एक टीम बना रखी थी। जो जरूरतमंद लड़कियों को टारगेट करके इस धंधे में लाती थी। कहते हैं अति का अंत जरूत होता है। प्यारे के साथ भी यही हुआ। शिव 'राज' को कलंकित करने वाले ऐसे अय्याश खोरों के नाम उजागर करना शिवराज सरकार के लिए बड़ी चुनौती है।
शिव 'राज' में हनी ट्रेप
पूर्व की कमलनाथ सरकार ने जिस हनी ट्रेप से पर्दा उठाया था दरअसल वो हनी ट्रेप भी शिवराज सरकार में ही पनपा था। जिसमे बीजेपी के कई नेता और सरकार के अधिकारी भी शामिल थे। चाहे वो शिवराज सरकार के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा हो या आईएएस पीसी मीणा। इनके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सबसे करीबी रहे प्रमुख सचिव एसके मिश्रा का नाम भी उजागर हुआ। इन सभी नामो से पर्दा उठाने वाले इंदौर साझा लोकस्वामी अख़बार के मालिक जीतू सोनी को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। कमलनाथ सरकार ने जीतू सोनी के खिलाफ गंभीर अपराध की धाराओं के तहत करीब 48 प्रकरण दर्ज किए। जिसमे देह व्यापार, मानव तस्करी, ब्लैक मेलिंग जैसे अपराध शामिल हैं। इस प्रकरण में जीतू सोनी 6 महीने तक फरार रहा लेकिन पिछले महीने पुलिस ने जीतू सोनी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। तब भी कई रसूखदार लोगों के नाम उजागर नहीं हुए। इस मामले को हनी ट्रेप से जोड़कर देखा जा रहा है।
एनसीपीसीआर ने लिया संज्ञान
हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट मामले की जांच के लिए सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है। इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान ले लिया है। आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है। साथ ही महिला बाल विकास विभाग को भी निर्देश दिए हैं। प्रियंक कानूनगो ने स्पष्ट कहा है कि इस मामले में पीड़ितों के बयान के आधार पर ही जांच होगी। और जिन जिन लोगों के नाम सामने आयंगे सबके खिलाफ कार्रवाई होगी। आयोग के इस निर्देश के बाद इस मामले लिप्त सभी लोगों के होश उड़े हुए हैं।
सख्त हुए शिवराज
शिवराज सरकार को कलंकित कर देने वाले इस मामले पर मुख्यमंत्री ने सख्त रुख अपना लिया है। मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था को लेकर की गई समीक्षा बैठक में दो टूक कहा कि बच्चियों के साथ किसी भी प्रकार का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले में जो भी लोग शामिल हैं,उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद सरकार ने इस मामले जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया और प्यारे मियां के अवैध संपत्ति को भी ज़मीदोज़ कर दिया। इस मामले के तार भी इंदौर तक भी पहुंच रहे रहे हैं। इसकी जांच में 6 थानों की पुलिस को शामिल किया गया है। जिसमे थाना शाहपुरा,रातीबड़, श्यामला हिल्स,टीटी नगर ,महिला थाना और कोहेफिजा थाना टीआई को लिया गया है।